
उद्धव ठाकरे सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल से मिले BJP नेता
मुंबई- 22 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को उद्धव ठाकरे सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाकात की। इसके बाद चंद्रकांत पाटिल ने पत्रकारों को बताया कि राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार संविधान को ताक पर रख कर काम कर रही है। इसी वजह से आम उन्होंने राज्यपाल से मिलकर उद्धव ठाकरे सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है।
पाटिल ने बताया कि ठाकरे सरकार ने मंत्री समूह की बैठक में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के ठाणे में किए गए अवैध निर्माण पर लगाए गए जुर्माने को माफ करने का निर्णय लिया है। मंत्री समूह का यह निर्णय किसी एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है, जो संविधान के दायरे में नहीं बैठता, इसलिए राज्यपाल को तत्काल उद्धव ठाकरे सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए। चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि राज्यपाल ने उनकी बात ध्यान से सुना है और सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि वह इस मामले की शिकायत लोकायुक्त और कोर्ट में भी करने वाले हैं। चंद्रकांत पाटिल के साथ श्रीकांत भारतीय, राज पुरोहित, संदीप लेले आदि प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक की बिल्डिंग पर लगाया गया जुर्माना संविधान के दायरे में रहकर माफ किया गया है। इससे किसी भी तरह का कानूनी उल्लंघन नहीं हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि चंद्रकांत पाटिल विपक्ष में हैं और वे विपक्ष का काम कर रहे हैं लेकिन मंत्री समूह की बैठक में किसी भी तरह गैर संवैधानिक काम नहीं हुआ है। पृथ्वीराज चव्हाण ने चंद्रकांत पाटिल पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें (चंद्रकांत पाटिल को) सत्ता तक पहुंचने की बहुत ज्यादा जल्दबाजी है, इसी वजह से वे जहां नहीं बोलना चाहिए, वहां भी बोलने लगे हैं।



