नई दिल्ली- 10 अक्टूबर। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के साथ लगी राजस्थान की पश्चिमी सीमा पर उच्चतम स्तर का अलर्ट रखा है। हमास के हमलों में पश्चिम एशियाई देशों के सीधे हस्तक्षेप के बाद क्षेत्र में तेजी से परिस्थितियां बदल रही हैं, इसलिए इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से 41 मिनट लंबी बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में समर्थन का आश्वासन दिया।
सूत्रों का कहना है कि दुनिया के 2 शीर्ष नेताओं ने सोमवार की रात प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की, लेकिन मीडिया को इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है। आज दिन में इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी को टेलीफोन कर उन्हें गाजा पट्टी से हमास आतंकियों के हमले के बाद छिड़े युद्ध से जुड़े वर्तमान हालात से अवगत कराया। नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत में कहा कि हमास के हमलों में पश्चिम एशियाई देश की सीधी संलिप्तता के बाद क्षेत्र में चीजें तेजी से बदल रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद एक्स पोस्ट पर बताया कि उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री को कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में समर्थन का आश्वासन दिया है।
हमास आतंकवादियों पर इजरायली सेना और वायुसेना के हमले बढ़ने के बाद राजस्थान से लगे पूरे सीमावर्ती क्षेत्र में हाई अलर्ट है। सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है। सूत्रों ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के जरिए सीमा पार हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सीमा चौकियों के पास पीछे से गश्त भी की जा रही है। सीमा पार हिस्से में भी गतिविधियां बढ़ी हैं, क्योंकि पाकिस्तान की सीमा चौकियों पर कर्मियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। सीमा पर ऊंट, वाहनों और पैदल गश्त बढ़ा दी गई है। मुख्यालय से अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को सीमा पर भेजा गया है।