नई दिल्ली- 23 अगस्त। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि आज का युवा ही संकल्प काल में विकसित भारत का निर्माण करेगा। राष्ट्रपति आज गोवा में गोवा विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थीं।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी और नवाचार आज की दुनिया में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि गोवा विश्वविद्यालय नवाचार को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमारे उच्च शिक्षण संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस जैसे क्षेत्रों में विश्व स्तरीय क्षमता विकसित करना आवश्यक है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि गोवा विश्वविद्यालय, गोवा सरकार के उच्च शिक्षा निदेशालय के सहयोग से ”समग्र शिक्षण और वर्चुअल ओरिएंटेशन के लिए डिजिटल इंटीग्रेटेड सिस्टम” कार्यक्रम चला रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न विभागों को एकीकृत करके अंतःविषय अध्ययन को प्रोत्साहित करने के लिए गोवा विश्वविद्यालय के परिसर में विभिन्न स्कूल बनाए गए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप इस पहल के लिए गोवा विश्वविद्यालय की सराहना की और कहा कि इस विश्वविद्यालय में शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के लिए उत्कृष्टता का केंद्र बनने की अपार संभावनाएं हैं।
राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि गोवा विश्वविद्यालय ने ”उन्नत भारत अभियान” के तहत पांच गांवों को गोद लिया है, जहां स्थिरता मॉडल को अपनाकर सीपियों और मशरूम की खेती की जा रही है। उन्होंने छात्रों में सामाजिक समावेशन और पर्यावरण संतुलन के बारे में संवेदनशीलता पैदा करने के लिए गोवा विश्वविद्यालय की टीम की सराहना की।
छात्रों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि दीक्षांत समारोह उनके जीवन का एक यादगार पल है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने जो डिग्रियां हासिल की हैं, वे उन्हें रोजगार पाने या व्यवसाय शुरू करने में मदद करेंगी लेकिन एक गुण जो उन्हें जीवन में बहुत आगे ले जा सकता है, वह है कभी हार न मानने का साहस। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा एक आजीवन प्रक्रिया है। निरंतर सीखने वाला जीवन में अवसरों का लाभ उठाने के साथ-साथ चुनौतियों का सामना करने में भी सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि आज का युवा ही संकल्प काल में विकसित भारत का निर्माण करेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे भारत को अधिक समृद्धि की ओर ले जाने के सपने को पूरा करेंगे।