
अपने बच्चों के भविष्य की चिंता करें, कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करने वाला: प्रशांत
खगड़िया- 14 फरवरी। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने लोगों को वोट की ताकत का एहसास दिलाया। जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “बोइएगा बबूल तो आम कहां से पाइएगा?“ वोट दीजिएगा पांच किलो अनाज के लिए, तो रोजगार कहां से मिलेगा? वोट दीजिएगा हिन्दू-मुसलमान बनकर तो आपके बच्चों के लिए शिक्षा कहां से आएगी? वोट दीजिएगा मुर्गा-भात खाकर तो आपके बच्चों के लिए सड़क और अस्पताल कैसे बनेगा? यही बात बता रहे हैं। हम वोट नहीं मांगते हैं, 17 महीनों से अपना घर छोड़कर 5 हजार गांवों में जाकर लोगों को हाथ जोड़ रहे हैं। बता रहे हैं कि अगर आप अपने बच्चों की चिंता नहीं करोगे, तो दुनिया में कोई भी आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा। लालू जी, नीतीश, मोदी आपके बच्चों की चिंता क्यों करेंगे?
जिन नेताओं ने आपको गरीब-बदहाल बनाया, कल चुनाव होगा तो उसी नेता को जाति-धर्म के नाम पर देंगे वोट: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने लोगों से सवाल किया कि आपको अपने बच्चों की चिंता है या नहीं है? ग्रामीणों ने हाथ उठाकर जवाब दिया। हां, चिंता है। प्रशांत किशोर ने कहा कि हम आपके गांव में पैदल चलकर आएं हैं। रास्ते में करीब 200 बच्चे मिले, जिनमें आधे से ज्यादा बच्चों के शरीर पर शुद्ध कपड़ा नहीं, उनके पैरों में चप्पल नहीं है। सुबह से शाम तक हम पैदल चलते हैं कोई भी बच्चा स्कूल में पढ़ता हुआ नहीं दिखता है। ज्यादातर बच्चे या तो स्कूल जाते नहीं हैं या स्कूल में खिचड़ी खाकर आ जाते हैं और रोड पर खेलते हैं। जिन नेताओं ने जिस व्यवस्था ने आपको गरीब-बदहाल बना दिया कल अगर चुनाव होगा, तो उसी नेता को जाति-धर्म के नाम पर वोट दीजिएगा। अगर आपको अपने बच्चों की चिंता होती, तो वे इस दुर्दशा में नहीं जी रहे होते। इसलिए अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार पर वोट दीजिए।



