पटना- 17 जुलाई। देश के 16वें राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए बिहार पूरी तरह तैयार है। बिहार के सांसद दिल्ली स्थित संसद भवन में जबकि विधायक पटना स्थित बिहार विधानसभा परिसर में बनाए गए मतदान केंद्र में मतदान करेंगे। देश के 16वें राष्ट्रपति पद के चुनाव में सोमवार को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 4,800 निर्वाचित सांसद और विधायक मतदान करेंगे। एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू एवं विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के बीच सीधा मुकाबला है।
निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव के तहत मतदान के दौरान सांसदों और विधायकों को अलग-अलग रंग के मतपत्र दिये जायेंगे। सांसदों को हरे रंग के और विधायकों को गुलाबी रंग के मतपत्र मिलेंगे। बिहार में कुछ दिन पहले ही मतपत्र पटना पहुंच चुका है।
सांसद और विधायकों के लिए अलग-अलग रंग के मतपत्र—
सांसद और विधायकों के लिए अलग-अलग रंग के मतपत्र होने से निर्वाचन अधिकारियों को मतों की गिनती करने में आसानी होगी। मतदान की गोपनीयता बरकरार रखने के लिए निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचन अधिकारी और सहायक निर्वाचन अधिकारियों को मतदाताओं को अपने मत पत्रों पर निशान लगाने के लिए बैंगनी स्याही वाली एक खास तरह की कलम उपलब्ध कराई हैं।
13 जुलाई को ही पटना पहुंच चुका है ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’—
निर्वाचन आयोग की ओर से बिहार के विधायकों को मतदान कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। विशेष सुरक्षा में ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’ पहले ही बिहार पहुंच चुका है। दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव में जिस मतपेटी का उपयोग किया जाता है उसे ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’ कहा जाता है। 13 जुलाई को ही विमान से ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’ को पटना लाया जा चुका है और इसे विधानसभा में बने स्थान पर रखा गया है, जिसमें सोमवार को बिहार के सांसद और विधायक अपने मत का उपयोग करेंगे।