
मुजफ्फरपुर/बिहार- 30 अक्टूबर। मुजफ्फरपुर जिले में कथित जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या शनिवार को आठ हो गई है। प्रशांत हास्पिटल में विशंभरपुर के रहने वाले मुन्ना ने भी दम तोड़ दिया है। पिछले दिन में यहां कुल आठ लोग दम तोड़ चुके हैं। मृतकों के घर में कोहराम मच गया है। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। सबसे पहले गुरुवार की देर रात दो लोगों की मौत हुई। घटना रूपौली और सिउड़ी ऐमा गांव में हुई। पुलिस ने चार मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया,जबकि दो शवों का पुलिस के पहुंचने से पूर्व परिजन दाह-संस्कार कर चुके थे।
घटना की सूचना मिलते ही आनन-फानन में जिले के सबसे बड़े अधिकारी डीएम प्रणव कुमार, एसएसपी जयंतकांत, डीडीसी आशुतोष द्विवेदी घटनास्थल पर पहुंचे। इनके साथ आरएफएसएल की टीम, सीआईडी, विशेष शाखा, उत्पाद विभाग की टीम भी उस गांव में पहुंचकर छानबीन की। बताया जा रहा है कि इस मामले में दो अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। सरैया थानाध्यक्ष और प्रभारी थानेदार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
इस मामले में जांच के दौरान अधिकारियों की टीम ने ग्रामीणों से जानकारी ली है। मृतकों के घर की तलाशी ली गई है। इस दौरान गांव से पुलिस ने शराब की खाली बोतलें, रैपर, पंचिंग मशीन आदि जब्त की है। रूपौली और आसपास के इलाके से वार्ड सदस्य समेत 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सरैया थाने पर सभी से पूछताछ की जा रही है। दो मकान को भी पुलिस ने सील किया है।
उत्पाद विभाग की टीम ने एक मृतक विपुल शाही के घर के पीछे से भी कई खाली बोतलें बरामद की हैं। एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि प्रारंभिक छानबीन में प्रतिबंधित वस्तु पीने से लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने तीन लोगों के शव का पोस्टमार्टम कराया है। एफआईआर की कवायद की जा रही है। मामले में वार्ड सदस्य को गिराफ्तार किया गया है।



