
पूर्व राज्यपाल स्वः धनिक लाल मंडल की श्रद्धांजलि सभा में बोले वक्ता, कहा- स्वः मंडल के जिंदगी संघर्ष से वर्तमान राजनीति को मिलेगी नई ऊर्जा
मधुबनी- 26 नवंबर। मधुबनी जिला मुख्यालय स्थित मिल्लत शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मधुबनी के प्रांगण में अधिवक्ता विजय नाथ मिश्र के अध्यक्षता एवं जेपी सेनानी हनुमान प्रसाद राउत और राजकुमार यादव के संयुक्त संचालन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। जिसमें समाजवादी आंदोलन के नेता गांधी लोहिया जयप्रकाश नारायण अंबेडकर को अपना आदर्श मानने वाले जननायक कर्पूरी ठाकुर के साथ समाजवादी आंदोलन को बिहार में गति देने वाले बिहारप के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष,पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं हरियाणाप के पूर्व राज्यपाल स्वः धनिक लाल मंडल के सम्मान में महागठबंधन के घटक दल राष्ट्रीय जनता दल, जदयू, कांग्रेसी, सीपीआई,सीपीएम,माले एवं समाजवादी परिवार की ओर से श्रद्धांजलि दी गयी।
श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री मंगनी लाल मंडल ने स्वर्गीय धनिक लाल मंडल के जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनके संघर्ष उनके सांस्कृतिक क्रांति उनके द्वारा जिले में किए गए विकास एवं उनके प्रशासनिक दक्षता की व्याख्यान किया। तथा कहा कि स्वः धनिक लाल मंडल का जीवन वर्तमान राजनीतिक कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए मार्गदर्शन का काम करेगा।
बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि स्वः धनिक लाल मंडल ने बिहार एवं मिथिलांचल के साथ-साथ मधुबनी जिला का नाम राष्ट्रीय स्तर पर समाजवादी चिंतक के तौर पहुंचाया। स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव ने कहा कि स्वः मंडल ने समाजवादी के तौर एक मिसाल कायम किया है। जिसे जिंदगी भर याद रखा जाएगा। जबकि सांसद डा.फैयाज अहमद ने कहा कि स्वर्गीय धनिक लाल मंडल ने समाजवादी चिंतक के साथ-साथ गरीबों की मदद करते रहे। उनके जिंदगी संघर्ष से वर्तमान राजनीति को एक नई ऊर्जा मिलेगी।
मौके पर पुर्व मंत्री राम लखन राम रमन,पुर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, विधायक भरत भूषण मंडल,पुर्व विधायक सीताराम यादव,राम अवतार पासवान, रामाशीष यादव,कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो. शीतलांबर झा,जदयु जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र कामत,माले सचिव ध्रुव नारायण कर्ण,समीर कुमार सिंह,खुर्षीद अनवर,कपील कुमार सिंह,अमीर झा,प्रदीप कुमार यादव,संजय कुंवर,रामपरी देवी,वीणा देवी,रजनीवाला,लोक अभियोजक ध्रव नारायण साह,कुमार अवधेष,उमेष राम,अरूण चोधरी,महेष महतो आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे।



