भारत

 पिछले 70 साल में सिकल सेल एनीमिया से निपटने के लिए कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया: PM मोदी

भोपाल- 01 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सिकलसेल एनिमिया से पीड़ित लोग पूरे जीवन इससे जूझते रहते हैं। पूरी दुनिया में इस रोग के 50 प्रतिशत मरीज हमारे देश में हैं। पिछले 70 साल में सिकल सेल एनीमिया बीमारी की चिंता नहीं हुई। इससे निपटने के लिए कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया। इससे प्रभावित ज्यादातर लोग आदिवासी समाज के हैं। आदिवासी समाज के प्रति बेरुखी के चलते पहले की सरकारों के लिए ये कोई मुद्दा ही नहीं था। लेकिन आदिवासी समाज की इस सबसे बड़ी चुनौती से निपटने का बीड़ा हमारी सरकार ने उठाया है। हमारे लिए आदिवासी समाज सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं है। ये संवेदनशीलता के साथ ही भावनात्मक मुद्दा है।

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास के दौरान शहडोल जिले के ग्राम लालपुर में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर इस राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत की और मिशन को लेकर गाइडलाइन का भी विमोचन किया। प्रधानमंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से साढ़े तीन करोड़ हितग्राहियों को डिजिटल आयुष्मान कार्ड का वितरित किया। साथ ही एमपी में एक करोड़ पीवीसी आयुष्मान कार्ड वितरण का शुभारंभ भी किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अदिति यादव नाम की छोटी9सी बच्ची समेत अन्य हितग्राहियों को आयुष्मान योजना के कार्ड वितरित किए।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने जय सेवा, जय जोहार के नारे से अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज मुझे रानी दुर्गावती जी की इस धरती पर आप सभी के बीच आने का मौका मिला। मैं रानी दुर्गावती के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि समर्पित करता हूं। उनकी प्रेरणा से सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत हो रही है। आज ही मध्य प्रदेश में एक करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड भी दिए जा रहे हैं। मैं आप सभी को और मध्य प्रदेश की डबल इंजन सरकार को बधाई देता हूं। आज देश शहडोल की धरती से बहुत बड़ा संकल्प ले रहा है। यह संकल्प है सिकलसेल एनिमिया से आदिवासी बच्चों और परिवारों को बचाने का है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सिकलसेल एनिमिया जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म करने के लिए हमारी सरकार दिन-रात मेहनत कर रही है। इन्हीं प्रयासों से टीबी के मामले में कमी आई है। 2025 तक टीबी को जड़ से खत्म करने पर काम हो रहा है। हमारी सरकार की कोशिश है कि लोगों को बीमारी कम हो और बीमारी पर होने वाला खर्च भी कम हो। इसलिए आयुष्मान योजना लेकर आए हैं। ये कार्ड पांच लाख रुपए तक के एटीएम के रूप में काम करेगा। ये मोदी की गारंटी है। इस योजना के तहत अब तक पांच करोड़ लोगों का इलाज हो चुका है।

शादी से पहले रक्त कुंडली जरूर मिलाएं: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह दिन इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में लिखा जाएगा। आज के दिन प्रधानमंत्री सिकल सेल जैसी बीमारी को खत्म करने के लिए कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से कई देशों ने मुक्ति पा ली है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस बीमारी को खत्म करने के लिए बहुत बड़ी योजना तैयार की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आप बच्चों की शादी करते समय रक्त कुंडली अवश्य मिलाएं। आयुष्मान ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी जिसमें वंचित लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनवाने की जानकारी दी जाएगी। आयुष्मान योजना से अब तक पांच करोड़ से अधिक लोगों ने लाभ उठाया है।

केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि राज्यपाल मंगुभाई पटेल के आने के बाद सिकल सेल की लगातार चिंता हुई है। प्रधानमंत्री विशेष तौर पर इस ओर ध्यान दे रहे हैं, आदिवासी क्षेत्र में इस बीमारी को जड़ मूल से खत्म करने का संकल्प लिया है। आज इसकी शुरुआत शहडोल की धरती से हो रही है।

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