गया- 18 जनवरी। गणतंत्र दिवस परेड में बिहार की झांकी को विगत सात वर्षो से केंद्र सरकार द्वारा शामिल नहीं करने के खिलाफ स्थानीय विष्णुपद,देव घाट स्थित गयाजी बांध के समीप कांग्रेस पार्टी के नेता,कार्यकर्ता,स्थानीय जनता के साथ धरना का आयोजन किया।
धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा की देश के महत्वपूर्ण प्रदेश, लोकतंत्र की जननी, सभी आंदोलनों की उर्वरा भूमि बिहार की झांकी को सन 2017 से लगातार केंद्रीय चयन समिति द्वारा रिजेक्ट करना बिहार तथा बिहारी का अपमान है।
नेताओं ने कहा कि महा गठबंधन के कांग्रेस, राजद, जदयू, हम (से), सीपीआई, सीपीआई( एम), माले , एकजुट होकर राज्य की 13 करोड़ जनमानस की गणतंत्र दिवस जैसे महान अवसर केंद्र सरकार द्वारा अपमान के खिलाफ आवाज बुलंद करने की जरूरत है।
नेताओं ने कहा की केंद्र सरकार बिहार से शुरू से ही भेद, भाव करते आ रही हैं। वर्षों से विशेष राज्य की दर्जा के मांग को अनसुनी करने, पटना विश्वविद्यालय जैसे पौराणिक संस्था को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं देने आदि के बाद गणतंत्र दिवस परेड में सन 2017 से प्रस्तावित विक्रमशिला विश्वविद्यालय, शराबबंदी, छठ महापर्व, जल जीवन हरियाली, गांधी के रास्ते पर अग्रसर बिहार, आदि को शामिल नहीं करने के बाद इस वर्ष 2023 के लिए बिहार सरकार द्वारा प्रस्तावित देश का सबसे बड़ा रबर डैम ” गयाजी बांध ” थीम को भी रिजेक्ट करने से बिहारवासियों में आक्रोश है।
नेताओं ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री से बिहार राज्य की झांकी को हर हाल में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल कराने की मांग की है।
