
आस्था की डुबकी: विश्वामित्र की तपोभूमि झारखण्ड धाम में उमड़े श्रद्धालु
झांसी- 15 जनवरी। रविवार को हमीरपुर व महोबा जिले की सीमा से सटे गरौठा स्थित संतों की तपोभूमि झारखण्ड धाम पर हजारों श्रद्धालुओं ने धसान नदी के विश्वामित्र घाट पर आस्था की डुबकी लगाई । भगवान भाष्कर के उत्तरायण होने व मकर राशि में प्रवेश करने के इस महापर्व पर श्रद्धालुओं ने धसान नदी के बीच में विराजमान महर्षि विश्वामित्र के दर्शन किये। जिले की अन्य नदियों व जलाशयों में भी लोगों ने डुबकी लगाई। महानगर में कई स्थानों पर समरसता के प्रतीक खिचड़ी भोज का भी आयोजन किया गया।
महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि धसान नदी पर पिंडी के समीप श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इसके बाद राधा-कृष्ण के दर्शन कर नागनाथ पर्वत की परिक्रमा की। तपोभूमि झारखंड धाम पर प्रतिवर्ष मेला लगता है। रविवार के दिन मेले में जवाबी कीर्तन के अलावा श्याम जादूगर का जादू दिखाया गया। सोमवार को संत सम्मेलन का प्रवचन एवं विराट दंगल होगा। पुल के दूसरी ओर शंकर भगवान के मंदिर के समीप आस्था की डुबकी लगाई गई। डुमरई गांव के पास लखेरी नदी के किनारे भी श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
इसके अलावा बरुआसागर व ओरछा धाम स्थित वेत्रवती गंगा कहीं जाने वाली बेतवा,मऊरानीपुर स्थित सुखनई,लखेरी नदी,बढ़वार की झील,भसनेह तालाब,केदारेश्वर धाम समेत तमाम धार्मिक स्थलों पर लोगों ने संक्रांति पर्व मनाते हुए स्नान किया। स्नानादि के बाद परंपरागत तरीके से लोगों ने मंदिरों व ब्राह्मणों समेत अपने मान दानों को तिल के लड्डू,खिचड़ी व घुल्ला आदि समेत दक्षिणा देकर सम्मानित किया।
महानगर में कई स्थानों पर सामाजिक संगठनों ने समरसता का पाठ पढ़ाते हुए खिचड़ी भोज का आयोजन किया। लोगों ने इन आयोजनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी कार्यालय पर खिचड़ी भोज का आयोजन किया, जिसमें ज्येष्ठ व श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं समेत कई पूर्व संगठन मंत्री, वर्तमान विभाग संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र व जिला संगठन मंत्री प्रशांत आदि उपस्थित रहे।



