मधुबनी- 02 मार्च। मधुबनी जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार चौधरी को विभाग ने गुरुवार को निलंबित कर दिया है। शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सह निदेशक प्रशाासन सतीश चंद्र झा ने उन्हें निलंबित करने का पत्र जारी किया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई कार्यालय कर दिया गया है। इस अवधि में इन्हें जीवन निर्वाह भत्ता मुख्यालय से देय होगा। इनपर वैशाली में लेखा एवं योजना के डीपीओ के पद पर रहते हुए लाखों की हुई निकासी मामले में कार्रवाई की गयी है।
वैशाली में ये योजना एवं लेखा के डीपीओ के पद पर पदस्थापित थे। वित्तीय वर्ष 2017-2018 और 2018-2019 में यहां पर गैर अनुदानित स्कूलों के बच्चों के नाम पर इस राशि की निकासी हुई है। प्रावधान के अनुसार केवल सरकारी या अनुदानित संस्थान के बच्चों को डीबीटी योजना का लाभ मिलना है। परंतू गैर अनुदानित स्कूल के बच्चों के नाम पर लाखों रुपये की निकासी कर लिया गया। यहां के डीईओ ने विभाग को 66 लाख 98 हजार 300 रुपये के हिसाब नहीं मिलने को लेकर शिकायत की। इसके बाद हुए जांच में यह मामला सामने आया। बच्चों के नाम पर राशि की निकासी कर उसका बंदरबांट कर लिया गया।
मधुबनी जिला में पदस्थापना के बाद विभाग ने इन्हें शोकॉज किया था। परंतु शोकॉज का इनके द्वारा दिए गए जबाव को विभाग ने अस्वीकृत करते हुए निलंबित कर दिया। गड़बड़ी और सरकारी राशि को गैर अनुदानित स्कूल के बच्चों को दी गयी राशि के संबंध में किए गए आरटीआई में इस मामले में इन्होंने व्यक्तिगत मामला बताया था। मधुबनी के भौआड़ा निवासी फहीम बकर ने हुई अनियमितता और इनके द्वारा दिए गए जबाव की कॉपी की मांग की थी। जिसमें इन्होंने इसे व्यक्तिगत मामला बताकर आरटीआई को अस्वीकृत कर दिया था। इसके बाद फहीम बकर ने शिक्षा विभाग के सचिव को आरटीआई करते हुए की गयी कार्रवाई की कॉपी की मांग की थी। वहीं दिनेश कुमार चोधरी वरिष्ठ होने के कारण दरभंगा प्रमंडल के आरडीडी महेश प्रसाद सिंह के 28 को सेवानिवृत्त के बाद आरडीडी दरभंगा प्रमंडल का भी प्रभार ग्रहण किया था। इधर दिनेश कुमार चौधरी के निलंबन की खबर के बाद जिला षिक्षा कार्यालय में संनाटा देखा गया।
