वाराणसी- 10 दिसम्बर। रेल एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल राष्ट्र प्रथम,सदैव प्रथम के तर्ज पर रेल की आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिए कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की सोच है कि विभिन्न शहरों के रेलवे स्टेशन में उस शहर की पहचान दिखनी चाहिए । रेलवे स्टेशन शहर के दोनों हिस्सों को जोड़ने वाला होना चाहिए। रेलवे स्टेशन का विस्तार और विकास इसी तर्ज पर किया जा रहा है।
काशी तमिल संगमम में भाग लेने आये रेलमंत्री ने शनिवार को बीएचयू में छात्रों के साथ संवाद कर उनके सवालों का जबाब दिया। और भारतीय रेलवे में हो रहे नवीन कार्यों को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि पूरे देश में आधुनिक सुविधाओं से लैस 475 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जाएगी। इसके लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वाराणसी कैंट और काशी स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाया जा रहा है। अगले 50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर अहमदाबाद,गांधीनगर,चारबाग लखनऊ,चेन्नई,बेंगलुरु कैंट, मदुरई सहित देश के 50 रेलवे स्टेशन के लिए केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। 45 रेलवे स्टेशन पर काम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि जिससे ट्रेनों की लेटलतीफी सहित लोगों को प्रतीक्षा सूची के टिकटों से छुटकारा मिल जाए।
क्षमता बढ़ाने के साथ ड्रोन टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक उपयोग—
संवाद के दौरान रेलमंत्री ने बताया कि रेलवे में क्षमता बढ़ाने के साथ ड्रोन टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक उपयोग कर कार्य किया जा रहा है। दस साल पहले रेल के साथ अन्य क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक सहित अन्य सामानों की खुद की मैन्युफैक्चरिंग बहुत कम थी। आज देश के लोगों और इंजीनियर के मदद से निर्माण देश के अंदर ही बड़े पैमाने पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में तकनीक के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है। इसमें रोजगार के काफी अवसर पैदा हो रहे हैं। काफी स्टार्ट अप आ रहे हैं। व्यवस्था ऐसी बनाई जा रही है कि ड्रोन का कृषि सहित ग्रास रूट लेवल पर इसका अधिकाधिक उपयोग हो सके।
वर्तमान में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता—
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वर्तमान में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता बन चुका है। भारत विश्व का छठा देश बन चुका है, जो मोबाइल टॉवर और 5 जी तकनीक का एंड टू एंड सुविधाओं से लैस है। हमें अपने देश को 2047 तक दुनिया के विकसित देश में शुमार करना है। उन्होंने बताया कि 5जी के क्षेत्र में भी तेजी से काम हो रहा है। देश के 100 विश्वविद्यालयों में 5-जी लैब भी बनाए जाएंगे। यहां इसके तकनीक से जुड़े कार्यों के साथ ही मैन्युफैक्चिरंग,उपकरणों के प्रयोग आदि पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी हर सप्ताह 2500 टावर बनाने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन अगले साल जनवरी तक 10 हजार टॉवर हर सप्ताह बनाए जाने को प्रधानमंत्री ने कहा है। अगले दिवाली तक देश के अधिकांश हिस्सों में फाइव जी नेटवर्क पहुंच जाएगा। कार्यक्रम में रेल मंत्री ने काशी के विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं के प्रश्नों का जवाब दिया। सवाल रेलवे का विकास,बदलते भारत एवं आधुनिक भारत के बदलते स्वरूप,रोजगार पर आधारित रहा। उन्होंने काशी तमिल संगमम् के तहत आयोजित प्रतियोगिता में पुरस्कार भी वितरण किया ।
