कोडरमा- 05 दिसम्बर। वर्ष 2024 में मोदी सरकार वापस आई तो देश में बचा खुचा लोकतंत्र संविधान और न्याय खत्म हो जाएगा। शांति का मतलब विरोध की हर आवाज को दबा देना है। गुजरात के चुनावी सभाओं में जिस तरह गृहमंत्री धमकी दे रहे हैं, यह देश के लोकतंत्र और न्याय पसंद जनता को खुली चेतावनी है। भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने सोमवार को झुमरीतिलैया के श्रमिक भवन में आयोजित राज्य स्तरीय कन्वेंशन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव में जनता के सवालों पर बात करने के बजाय धर्मिक ध्रुवीकरण किया जा रहा है। गृह मंत्री का यह कहना कि गुजराती महंगाई झेल लेंगे लेकिन रोहंगिया और बंगला देशी बर्दाश्त नहीं करेगें। यह पूरी तरह देश की जानता के साथ भद्दा मजाक है। मोदी सरकार महंगाई का मुकाबला नफरत से करना चाहती है। यह देश की विविधता और साझी विरासत पर हमला है। 2024 का चुनाव इस बार महंगाई, बेरोजगारी, भूखमरी जैसे सवालों की बजाय फिर से फासीवादी तरीके से मंदिर मस्जिद के नाम पर कराने की तैयारी शुरू हो गया है। अब तो चुनाव आयोग,आईएएस,आईपीएस,न्यायपालिका सब सरकार के दबाव में काम करेंगे। 2024 में मोदी से छुटकारा पाना है तो सभी पार्टियों को मिलाकर एक बड़ी गोलबंदी होनी चाहिए।
