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खेलो इंडिया गेम्स की मेजबानी करेगा मध्यप्रदेश, 31 जनवरी 2023 से होगी शुरूआत

भोपाल- 20 अक्टूबर। केन्द्रीय एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को नई दिल्ली में 5वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की घोषणा की। अशोक होटल दिल्ली में हुए उद्घोषणा कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री ठाकुर ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की मशाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मध्यप्रदेश करेगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने खेलों की मेजबानी मध्यप्रदेश को दिये जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन खेलों के आयोजन से मध्यप्रदेश में खेलों की दिशा में नई क्रांति आयेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस संकल्प के साथ मध्यप्रदेश को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की जिम्मेदारी सौंपी है, उसे मध्यप्रदेश पूरी शिद्दत से निभाएगा। प्रदेश के 8 नगर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, महेश्वर और बालाघाट में 31 जनवरी से 11 फरवरी 2023 के बीच यह आयोजन होगा।

केन्द्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि इस बार देश के दिल मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में खेलों का जो वातावरण बना है, उससे अनेक खेल प्रतिभाओं ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन कर भारत का नाम रोशन किया है। ठाकुर ने कहा कि मलखम्ब कभी भारत के इतिहास का हिस्सा था, आज खेलो इंडिया गेम में शामिल किया गया है। हर तरफ इस खेल को तारीफ मिली है और बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को मलखम्ब को राज्य खेल बनाने की बधाई दी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का मध्यप्रदेश में ऐसा आयोजन किया जायेगा, जिसे पूरा भारत ही नहीं दुनिया भी देखेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी देकर मध्यप्रदेश में जो विश्वास दिखाया है उसकी कसौटी पर पूरी तरह से खरा उतरने का हम प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश के दिल मध्यप्रदेश में सभी का स्वागत करता हूँ। खेलो इंडिया यूथ गेम्स हम दिल से करेंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अब खेलों में भी चमत्कार कर रहा है। हमने मध्यप्रदेश में भी प्रयास किए हैं। वर्ष 2003 में खेल बजट 5 करोड़ था, जो अब बढ़ कर 350 करोड़ रूपए हो गया है। प्रदेश में 18 खेलों की 11 अकादमियाँ स्थापित की गई हैं। हमारी अकादमी के बच्चे चमत्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की कोशिश की है। खिलाड़ियों को न सिर्फ अकादमी में बुनियादी सुविधाएँ हैं बल्कि हर जिले में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, कोचिंग और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर 3 से 7 नवंबर तक गाँव-गाँव में खेल प्रतियोगिताएं होगी।

खेल मंत्री सिंधिया ने कहा कि अत्यंत हर्ष और गौरव का क्षण है कि स्वदेशी खेलों को शामिल करते हुए सबसे बड़े आयोजन खेलो इंडिया यूथ गेम की मेजबानी अत्याधुनिक और विश्व-स्तरीय खेल सुविधाओं वाले मध्यप्रदेश को करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। सिंधिया ने कहा कि हम सिर्फ एक खेल विधा में नहीं, अलग-अलग खेलों में प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने का काम कर रहे हैं। हमारे अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं।

कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के पारम्परिक खेल मलखम्ब और ब्रेक डांसिंग के खिलाड़ियों ने अतिथियों के समक्ष शानदार प्रदर्शन किया। ब्रेक डांसिंग को पेरिस ओलिम्पिक-2024 में खेल के रूप में शामिल किया गया है। इस अवसर पर केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक सहित केन्द्रीय एवं मध्यप्रदेश के खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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Author: lakshyatak

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