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वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने से ही मानवतावादी विश्व समाज की स्थापना संभव – DIG किशन सहाय

जयपुर,28 जुलाई 2021:राष्ट्रभक्त दैनिक शोषित समाचार के तीसरे पोस्टर का विमोचन डीआईजी किशन सहाय जी द्वारा किया गया इस पोस्टर का थीम है “सच लाएगा सामने राष्ट्रभक्त” राष्ट्रभक्त दैनिक शोषित समाचार की संपूर्ण टीम को शुभकामनाएं देते हुए माननीय डीआईजी किशन सहाय जी ने जीवन के नैतिक मूल्यों के बारे में बताते हुए सच का पाठ पढ़ाते हुए संपूर्ण विश्व को मानवतावादी विश्व समाज की स्थापना की ओर बढ़ने का संकेत दिया और बताया कि विश्व का कल्याण मानवतावादी विश्व समाज की स्थापना के बाद ही संभव है मानवतावादी विश्व समाज की स्थापना के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आज तक स्थापित जाति धर्म इनको त्याग करके वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाने की आवश्यकता है

डीआईजी किशन सहाय जी ने बताया कि साथियों,अंधविश्वास मुक्त,वैज्ञानिक दृष्टिकोण युक्त, परम्परागत धर्म विहीन,जातिविहीन,नस्लभेद मुक्त, साहसी शिक्षित, स्वस्थ और उच्च नैतिक मूल्य,”मानवतावादी विश्व समाज”की विचारधारा के मुख्य स्तम्भ हैं।यह जीवन जीने के एक शैली है।
उक्त सभी अवयवों के एक साथ न होने पर व्यक्ति या समाज अधूरा ही रहेगा।चूँकि व्यक्तियों से ही समाज बनता है इसलिए जो जो खासियत एक व्यक्ति को चाहिए वो ही लगभग पूरे समाज को चाहिए अपवादस्वरूपों के लिए नियम कानून बने हुए हैं।

उदाहरण के लिए कोई व्यक्ति अंधविश्वास मुक्त यानि नास्तिक होने के बावजूद नस्लभेदवादी,डरपोक,स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह,अशिक्षित, बेईमान तथा अवैज्ञानिक दृष्टिकोण भी हो सकता है।वैज्ञानिक दृष्टिकोण युक्त व्यक्ति बेईमान, डरपोक,अशिक्षित व स्वाथ्य के प्रति लापरवाह हो सकता है।परम्परागत धर्मविहीन व्यक्ति डरपोक, बेईमान,नस्लभेद युक्त,अशिक्षित,स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो सकता है।जातिविहीन व्यक्ति अंधविश्वासी,अवैज्ञानिक दृष्टिकोण, बेईमान,नस्लभेद युक्त,डरपोक हो सकता है।

नस्लभेद मुक्त व्यक्ति अंधविश्वासी,धर्मवादी,डरपोक, बेईमान, अस्वस्थ हो सकता है।साहसी व्यक्ति अंधविश्वासी,अवैज्ञानिक दृष्टिकोण का,धर्मवादी,जातिवादी,नस्लभेद वाला,अशिक्षित, अस्वस्थ, बेईमान हो सकता है।शिक्षित व्यक्ति भी अंधविश्वासी(जैसे आजकल के बहुत से उच्च शिक्षित व्यक्ति हैं),धर्मवादी, जातिवादी,नस्लवादी,डरपोक,अस्वस्थ, बेईमान हो सकता है।उच्च नैतिक मूल्यों वाला व्यक्ति अंधविश्वासी,डरपोक,अशिक्षित,स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो सकता है।इसलिए तेजी से विकास के पथ(विज्ञानवाद)पर आगे बढ़ने व बराबरी के आधार पर,शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के लिए,”मानवतावादी विश्व समाज”की विचारधारा को अपनाने व इसका प्रचार-प्रसार करने में हर किसी को बढ़ चढ़ कर भागीदारी निभानी चाहिए।

जय मानवता। जय नैतिकता। जय विज्ञान।

इस मुहिम को राष्ट्र स्तर पर चलाने के लिए टीम को निर्देशित किया विमोचन कार्यक्रम पर राष्ट्रभक्त टीम के प्रमुख रिपोर्टर राहुल कुमार , रवि कुमार , अजीत मीणा प्रकाश परमार और राजीव गांधी वेलफेयर सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव अमित सिंह जी मौजूद रहे।

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Author: lakshyatak

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