7 अगस्त : हमारे देश में आए दिन दलितों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं जहां दलितों की बहन, बेटियां सुरक्षित नहीं है वही दलित पुरुषों की भी स्थिति भी बेहतर नहीं है आए दिन उन पर किसी न किसी प्रकार के अत्याचार किए जा रहे हैं आज हम आपको बताने वाले हैं कि किस तरह 39 मासूम दलितों को बेवजह पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया उनकी गलती सिर्फ यह थी कि उन्होंने इस अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाई.
देशवासियों सोशल मीडिया पर यह वीडियो बहुत तेज गति से वायरल हो रहा है जो गंभीरपुर जनपद आजमगढ़ के रानीपुर राजमो थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है,सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ जानकारी भी दी जा रही है कि रानीपुर राजमो थाना अधिकारी ने दलित समुदाय के 39 लोगों को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने के झूठे आरोप में थाने में ले जाकर उनके साथ बुरी तरह मारपीट की है
मारपीट का साक्ष्य आप वीडियो में देख सकते हैं मारपीट के बाद लोगों ने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है जिसमें चोट के निशान प्रत्यक्ष रूप में दिखाई दे रहे हैं सभी व्यक्तियों ने कपड़े निकाल कर अपने निशान सार्वजनिक करते हुए थाना अधिकारी की करतूत को देश के सामने प्रस्तुत किया
थाना अधिकारी पर दूसरा गंभीर आरोप यह भी है कि दलित समुदाय के लोगों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट के साथ उनका मेडिकल तक नहीं होने दिया गया न्याय की उम्मीद में लोगों ने वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जिसके बाद लोगों से लगातार वायरल कर रहे हैं प्रशासन के संदर्भ में लो विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं
थाना अधिकारी के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है दलित समुदाय में थाना अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर रोष बढ़ता जा रहा है
सोशल मीडिया पर लगाए गए आरोपों और वीडियो में दिए गए तथ्यों और वीडियो के साथ प्रस्तुत की जा रही जानकारी की राष्ट्रभक्त दैनिक सूचित समाचार पुष्टि नहीं करता है